कमजोर हृदय र ईईसीपी द्वारा सफल उपचार
नहीं करना पड़ा महंगा ICD(Implantable Cardioverter Defibrillator) पेसमेकर डिवाइस ऑपरेशन
नागपुर के जाने-माने प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सचिन देव्हारे इनके अजनी चौक स्थित मुग्धा ईईसीपी एंड हार्ट केयर सेंटर में अकोट निवासी श्रीमती मीना डोडानी इनका कमजोर हृदय का ईलाज ईईसीपी द्वारा सफलतापूर्ण किया गया।
श्रीमती मी ...Read More कमजोर हृदय र ईईसीपी द्वारा सफल उपचार
नहीं करना पड़ा महंगा ICD(Implantable Cardioverter Defibrillator) पेसमेकर डिवाइस ऑपरेशन
नागपुर के जाने-माने प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सचिन देव्हारे इनके अजनी चौक स्थित मुग्धा ईईसीपी एंड हार्ट केयर सेंटर में अकोट निवासी श्रीमती मीना डोडानी इनका कमजोर हृदय का ईलाज ईईसीपी द्वारा सफलतापूर्ण किया गया।
श्रीमती मीना डोड़नी इनको पिछले 3 साल से सांस लेने में तकलीफ, चलने फिर में दम सांस फूलना तथा हाथ पैरों में सूजन और चक्कर आकर गिरना इन परेशानियों का ईलाज चल रहा था उनका 2D एक करने पर उनके हार्ट का पंपिंग यह सिर्फ 15% तक गीरा हुआ निकाला जो की सामान्यतः 60% तक रहता है तथा उनके हृदय की गति भी यह सामान्य तरीके से ना चलते हुए अरिदमिक तरीके से चल रही थी जिस कारण उन्हें बार-बार हृदय बंद होने के कारण तथा गति कम होने के कारण चक्कर आकर गिरने की समस्या रहती थी तथा पंपिंग कम होने के कारण पूरे शरीर में सुजन तथा 10 से 15 पैर भी चलना मुश्किल हो रहा था इस बीमारी का कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा उपचार करने पर उन्हें एंजियोग्राफी करने की सलाह दी जिसमें उनकी हार्ट की एक नलिका 30 से 40% ब्लॉक निकली इस कंडीशन में उनको आईसीडी नामक पेसमेकर डिवाइस डालने के लिए सलाह दी जिसके द्वारा उनके हृदय की गति कम होने पे पेसमेकर शुरू होकर सामान्य करने में और हार्ट का रिदम बिगड़ने पर शौक देकर सामान्य किया जा सकता था परंतु इस डिवाइस का खर्चा यह 10 लाख रुपए तक जा रहा था तथा यह ऑपरेशन होने के बावजूद भी उन्हें पूर्णता आराम होने की शाश्वती कार्डियोलॉजिस्ट ने नहीं दी जिस कारण मरिज यह उपचार करना नहीं चाहता था। इसी दौरान उन्हें किसी ने हार्ट पंपिंग कम होने पर ईईसीपी करवाने की सलाह दी जिन्होंने यह उपचार मुग्धा ईईसीपी हार्ट केयर सेंटर में करा कर अपना हार्ट का पंपिंग बढ़ाया था। उनके लड़की ने20 साल से जादा अनुभवी तथा हृदय उपचार में पारंगत डॉक्टर सचिन देव्हारे इनके मुग्धा एसीपी हार्ट केयर केंद्र मे परामर्श करने के बाद उन्हें बताया गया है कि हृदय की पंपिंग या कमजोर हृदय पर ईईसीपी यह एकमात्र उपचार है जो हम हृदय का पंपिंग बढ़ाने में कामयाब साबित हुआ है और विदेशों में तथा मुंबई में भी एशियन हार्ट हॉस्पिटल में ऐसे लोगों का उपचार एसीपी द्वारा ही प्रथम किया जाता है या फिर उनको लास्ट में आईसीडी और बाद में हार्ट ट्रांसप्लांट बताया जाता है परंतु यह ऑपरेशन जोखिम भरा तथा जानलेवा हो सकता है इस कारण और उनके परिजनों ने उनका उपचार ईईसीपी द्वारा करना उचित समझा और निश्चित किया । इस प्रकार उन्हें 40 ईईसीपी तथा 5 ग्लूटा और 10ऐसिटी इंजेक्शंस द्वारा उपचार शुरू किया उपचार शुरू होते ही अगले 10 से 15 दिन में ही श्रीमती मीना डोड़नी इनके सांस लेने की तकलीफ तथा सूजन पूर्णतया चली गई जो की 15 पैर भी चल ना सकने वाली रुग्ण आधा किलोमीटर तक मॉर्निंग वॉक करना शुरू कर दिया धीरे-धीरे उपचार खत्म होने पर उनके हृदय की गति भी सामान्य होने लगी उनका रिदम भी बना रहने लगा। उपचार होने के बाद उनका अकोला के प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर बोहरा द्वारा 2ड़ी ईको कराया गया जिसमें उनका हार्ट का पंपिंग यह 30 से 35% तक बड़ा हुआ मिला तथा उनका 3D वास्क्युलोग्राफी द्वारा टेस्ट भी कराया गया जहां उनके हृदय के सभी भागों में रक्तसंचार पूर्ववत हुआ दिखाई गया तथा उनका कोरोनरी नँरोईंग इंडेक्स भी जीरो पर आया पहुंचा और उनका पंपिंग 40% तक बड़ा हुआ मिला इस तरह उपचार करने पर श्रीमती मीना डोड़नी जी नको आईसीडी अथवा हार्ट ट्रांसप्लांट ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ी और वह पिछले दो साल से अपना जीवन अच्छी तरह से व्यतित कर यही हैं। उन्होंने हृदय रोगी को आश्वासित किया कि वह अपना उपचार ईईसीपी के द्वारा बिना सर्जरी, बिना चिरफाड भी कर सकते हैं और अगर किसी को बाईपास एंजियोप्लास्टी या हृदय की कमजोरी के कारण आईसीडी पेसमेकर डिवाइस बताया हो तो उन्होंने उनका उपचार शुरू करने के पहले डॉक्टर सचिन देव्हारे इनके मुग्धा एसीपी हार्ट केयर सेंटर में एक बार जरुर परामर्श कराकर निश्चित कर ले।
ईसप्रकार सफलता पूर्वक उपचार होने पर श्रीमती मीना डोडानी के दामाद एडवोकेट जसवानी तथा लड़की पूजा जसवानी इन्होंने डॉक्टर सचिनदेव्हारे, डॉक्टर रिता देव्हारे एवंम मुग्धा ईईसीपी एंड हार्ट केयर सेंटर के सभी कर्मचारियों का आभार प्रकट किया।
Mrs Meena Dodani
Mugdha EECP Heart Care Center